Wednesday, November 30, 2011

क्यूँ ढूंढ़ता उस ख्वाब को,के कौन जाने किधर गया,


क्यूँ ढूंढ़ता उस ख्वाब को,के कौन जाने किधर गया,

जो साथ है उसे पास रख जो गुज़र गया सो गुज़र गया,
अपना समझ जिसे खुश हुआ अहसास समझ कर भूल जा,
बस नशा था थोडा प्यार का सुबह हुई तो उतर गया,
उस शख्स का भी क्या कसूर था जो पास होकर भी दूर था,
ये तो ज़माने का दस्तूर है वो भी जमाने संग बदल गया,
ना रखना दिल मे यादों को आँखों को ना रोने देना, 
झोंका था एक हवा का,आया और छु के निकल गया....by Abhishek Bajaj

Saturday, November 19, 2011

क्या खूब था राहो में यू ही मिल जाना तेरा.

You don't love a woman because she is beautiful,
but she is beautiful because you love her

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तयशुदा मुलाकातों में वो बात नहीं मिलती.....
क्या खूब था राहो में यू ही मिल जाना तेरा...!!!!